ओटीपी(OTP) क्या है? जानिए पूरी जानकारी हिंदी में
दरअसल आपको बता दूं कि कई लोग अक्सर ओटीपी(OTP) का नाम तो सुने ही होंगे क्योंकि सामान्यता लगभग सभी एप्लीकेशन को शुरू करने के लिए साइन अप प्रोसेस होता है और उसमें ओटीपी वेरीफिकेशन होता ही है इसलिए आप लोग उठ भी के बारे में तो सुने ही होंगे और सवाल उठता है कि आखिर ओटीपी है क्या अगर आप ओटीपी से जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक जरूर सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने वाले हैं वर्तमान समय में ऑनलाइन सर्विस का बहुत तेजी से विकास हो चुका है।
क्योंकि हम लोग अब अपने मोबाइल फोन से ही सारा काम करना शुरू कर दिए हैं अब इस दरमियान कस्टमर के पर्सनल डाटा को सिक्योर रखने के लिए ओटीपी का आवश्यकता हुआ जिसके कारण उसकी वेरिफिकेशन शुरू कि की गई है हम लोग फेसबुक व्हाट्सएप इत्यादि जैसे कई अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भी यूज करते हैं जिसको क्रिएट करने के लिए ओटीपी वेरीफिकेशन की आवश्यकता होती है जब आपके मोबाइल पर एक कोट जाता है।
वह कोई और नहीं ओटीपी ही होता है तो आज के इस आर्टिकल में हम सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने वाले हैं इसलिए शुरू से अंत तक जरूर पढ़ें यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि वर्तमान समय में बहुत सारे फ्रॉड भी हो रही है इसलिए कहां पर भी देना चाहिए और कहां पर भी नहीं देना चाहिए इससे भी हम जानकारी प्राप्त करने वाले हैं यह समझते हैं क्या और यह किस तरह काम करता है।
ओटीपी(OTP) क्या है?
जानकारी के लिए बता दूं कि ओटीपी(OTP) का मतलब वन टाइम पासवर्ड होता है वन टाइम पासवर्ड डायनेमिक पासवर्ड के नाम से भी जाना जाता है जानकारी के लिए बता दूं कि जब डिजिटल डिवाइस या कंप्यूटर में हम जो बिन बनाते हैं वह पासवर्ड होता है लेकिन जिसे केवल एक सेशन यानी कि एक ही बार इस्तेमाल किया जाता है वह ओटीपी होता है चाहे वह ट्रांजैक्शन के लिए या किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए करते हैं उसे उठ भी कहा जाता है।
दरअसल आपको बता दूं कि ओटीपी का मतलब वन टाइम पासवर्ड होता है चलिए एक उदाहरण के रूप में समझते हैं कि ओटीपी होता क्या है तो जानकारी के लिए बता दूं कि जब आप किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना अकाउंट क्रिएट करते हैं तो आपके अकाउंट को सिक्योर रखने के लिए कोटिपी आपके द्वारा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है आप उसको भेज भाई करके अपना अकाउंट को सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभा सकते हैं जब आप सिक्योरिटी कोड को डालते हैं वही कहा जाता है
जानकारी के लिए बता दूं कि वन टाइम पासवर्ड का उपयोग केवल एक ही सेशन या ट्रांजैक्शन के लिए किया जा सकता है यानी कि जब आपके द्वार रजिस्टर मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता है तो आप उसे एक ही बार ओटीपी को यूज कर सकते हैं इसलिए आपको नए सेशन या नहीं ट्रांजैक्शन के लिए नए ओटीपी की आवश्यकता होती है।
ओटीपी(OTP) कैसे जनरेट करें
दरअसल आपको बता दूं कि ओटीपी को कई तरह से जनरेट किया जाता है जिनमें प्रमुख तीन तरीके हमने नीचे का आर्टिकल में स्टेप बाय स्टेप समझाएं हैं चलिए समझते हैं उसी को किस तरह जेनरेट किया जाता है,
- Authentication server और client के बीच time-synchronization के आधार पर. इसमें OTP केवल एक short period के लिए ही valid होता है.
- पहले वाले password के आधार पर mathematical algorithm का इस्तेमाल करके नया password generate करना. इसमें OTP एक श्रृंखला के रूप में होते हैं और इन्हें एक predefined order में इस्तेमाल करना होता है.
- एक challenge-response के आधार पर mathematical algorithm का इस्तेमाल करके नए password को generate करना. इसमें authentication server की तरफ से एक सवाल पूछा जाता है और क्लाइंट को उसका valid जवाब देना होता है।
ओटीपी(OTP) को क्यों इस्तेमाल किया जाता है
दरअसल आपको बता दूं कि जब हम लोग किसी भी तरह का किसी भी प्लेटफार्म पर पासवर्ड बनाते हैं उस पासपोर्ट की तुलना में ओटीपी वेरीफिकेशन काफी सिक्योर होता है हम लोग अपने प्रश्न डाटा को सिक्योर रखने के लिए पासवर्ड क्रिएट करते हैं जिसमें हम लोग बहुत ही नॉर्मल पासवर्ड बनाते हैं।
जिसको अगर हैकर चाहे तो आसानी से हैक कर सकता है उसके लिए यह कोई बड़ी बात नहीं होती है इसलिए पासवर्ड में डाटा या अकाउंट को हैक होने का बहुत ज्यादा खतरा बना रहता है इसलिए जानकारी के लिए बता दूं कि जब किसी दूसरे व्यक्ति को पासवर्ड पता चल जाता है आपके अकाउंट का दुरुपयोग भी कर सकता है।
जैसे बैंक कॉमर्स वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इस समस्या को देखते हुए ओटीपी की शुरुआत की जानकारी के लिए बता दूं कि जब तक आप उस ओटीपी को फील नहीं करेंगे तब तक आपके अकाउंट को कोई टच नहीं कर सकता है इसलिए ओटीपी को काफी ज्यादा सिक्योर और माना गया है।
ओटीपी(OTP) का फायदा क्या-क्या है?
ओटीपी(OTP) का बहुत सारे फायदे हैं जो निम्न दर्शाए गए हैं
- ओटीपी(OTP) का सबसे बेहतर फायदा अपने अकाउंट को सुरक्षित रखना है क्योंकि इस डिजिटल दुनिया में बहुत सारे फ्रॉड गिरी भी हो रही है अगर आप नॉर्मल पासवर्ड बनाते हैं तो उसको आसानी से हैक किया जा सकता है इसलिए ओटीपी वेरीफिकेशन को काफी ज्यादा सिक्योर माना गया है और इससे आपके अकाउंट को कोई टच भी नहीं कर सकता
- जब आप पासवर्ड बनाते हैं तो कभी ना कभी कोई व्यक्ति आपके पासवर्ड जा यूजरनेम को कभी कहीं देख लेता है तो वह व्यक्ति या हैकर आपके अकाउंट या ट्रांजैक्शन को एक्सेस करने की कोशिश कर सकता है लेकिन ओटीपी वेरिफिकेशन से वे उस अकाउंट का बाल भी बांका नहीं कर सकता है।
- अपने सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक व्हाट्सएप टि्वटर इंस्टाग्राम इत्यादि को सुरक्षित रखने में ओटीपी का काफी ज्यादा हम भूमिका होता है जिसमें एक होने की या आपके अकाउंट को एक्सेस करने की कोई जरिया नहीं होता है साथ ही साथ इसमें डबल लेयर सिक्योरिटी भी दी गई है जिसको आप इनेबल कर सकते हैं।
ओटीपी(OTP) के नुकसान
दरअसल आपको बता दो कि ओटीपी(OTP) का कुछ नुकसान भी है अगर मान लीजिए जब आपका फोन गुम हो जाता है और वह किसी दूसरे व्यक्ति के हाथ लग जाता है तो आपके अकाउंट या यूजर नंबर पर ओटीपी मंगाकर आपके अकाउंट में एक्सेस कर सकता है।
और दुरुपयोग करने का भी संभावना हो सकता है वैसे तो भी फ्रॉड गिरी की यह दुनिया है जिसमें ओटीपी के जरिए आपका अकाउंट एक्सेस कर सकता है इसलिए किसी को भी अपना ओटीपी शेयर ना करें नहीं तो आप फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं।
कभी-कभी आपके डिवाइस में बैटरी या नेटवर्क ठीक से नहीं रहती है तो ओटीपी प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है यह भी थोड़ी ओटीपी का नुकसान में से एक है इसलिए ओटीपी को किसी अन्य व्यक्ति के साथ साझा ना करें।
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