राम करेला के गर्मियों में खाने के फायदे | Benefits of eating Ram Karela in summer.

राम करेला के गर्मियों में खाने के फायदे |

राम करेला गर्मियों के मौसम में काफी फायदेमंद होता है। राम करेला शरीर को आंतरिक रूप से ठंडक प्रदान करता है और गर्मियों के दौरान शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है। यह उच्च मात्रा में पानी प्रदान करता है जो शरीर की द्रव आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करता है और गर्मियों के मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखता है। राम करेला विटामिन ए, विटामिन सी, फोलेट, पोटैशियम और विभिन्न एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

इसमें पाए जाने वाले फाइटोन्यूट्रिएंट्स शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। राम करेला शरीर में एसिड की मात्रा को कम करने में मदद करता है जो गर्मियों के दौरान बहुत महत्वपूर्ण होता है। राम करेला गर्मियों के मौसम में शरीर को कई तरह से लाभान्वित करता है और इसे अपने आहार में शामिल करना फायदेमंद होगा।

राम करेला कैसे उपजाया जाता है?

राम करेला के स्वस्थ और पके हुए फलों से बीज निकाल लें। बीजों को साफ पानी से धो लें और धूप में सुखा लें। मार्च-अप्रैल के महीनों में बीज बोने के लिए उपयुक्त समय होता है। बीजों को 2-3 सेमी गहराई पर लगभग 60 सेमी की दूरी पर बो दें। बीज बोने के 8-10 दिनों बाद अंकुरण होना शुरू हो जाता है। पौधों को नियमित सिंचाई और निराई की आवश्यकता होती है।

पौधों को बढ़ने के लिए नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश युक्त उर्वरक की आवश्यकता होती है। खाद 15-20 दिनों के अंतराल पर दी जा सकती है। राम करेला एक गच्छेदार पौधा है, इसलिए इसे लटकने के लिए सहारे की आवश्यकता होती है। बांस की सलाखों या खंभों को लगाया जा सकता है। राम करेला के लगभग 60-75 दिनों के बाद ही फल तोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। फलों को तोड़ने से पहले उन्हें पकना चाहिए। उचित देखभाल और सही तकनीक का उपयोग करके राम करेले की उच्च पैदावार प्राप्त की जा सकती है। तापमान और आर्द्रता भी महत्वपूर्ण कारक हैं। ग्रीष्म ऋतू 

राम करेला में पाए जाने वाले औषधीय गुण:

राम करेला में उपस्थित विभिन्न औषधीय गुणों को इस टेबल में दर्शाया गया है:

औषधीय गुणवर्णन
एंटीऑक्सीडेंट गुणराम करेला में उपस्थित फ्लेवोनॉइड्स, विटामिन सी और कैरोटिनोइड्स के कारण यह शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रदर्शित करता है।
एंटी-डायबेटिक गुणइसमें मौजूद प्लांट इन्सुलिन और चारकोल संयोग रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
एंटी-कैंसर गुणविभिन्न फाइटोकेमिकल्स जैसे अल्फा-एलिमिनरिक एसिड, कुक्युरबिटासिन और लाइकोपिन में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं।
एंटी-माइक्रोबियल गुणराम करेला में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
एनाल्जेसिक गुणइसमें उपस्थित कुछ यौगिक दर्द निवारक गुण प्रदर्शित करते हैं।
लिपिड-लोअरिंग गुणराम करेला उच्च कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में मदद करता है।
डिटॉक्सीफाइंग गुणइसके अंदर उपस्थित फाइटोकेमिकल्स शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणराम करेला में सूजन विरोधी गुण पाए जाते हैं जो विभिन्न प्रकार के इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं।

यह टेबल राम करेला के प्रमुख औषधीय गुणों को सारगर्भित रूप में प्रस्तुत करता है।

राम करेला अधिक मात्रा में कहाँ उपजाया जाता है?

राम करेला का उत्पादन मुख्य रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों में अधिक मात्रा में किया जाता है:

  1. भारत:
  • उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और महाराष्ट्र राज्य राम करेला के प्रमुख उत्पादक हैं।
  • भारत विश्व में राम करेला का सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
  1. चीन:
  • चीन राम करेला का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
  • गुआंगडोंग, गुआंगक्सी और यूनान प्रांत मुख्य उत्पादक क्षेत्र हैं।
  1. पाकिस्तान:
  • पंजाब और सिंध प्रांत पाकिस्तान में राम करेला के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र हैं।
  1. मलेशिया:
  • मलेशिया में कैडा और जोहोर राज्य राम करेला के बड़े उत्पादक हैं।
  1. विएतनाम:
  • विएतनाम के मुख्य राम करेला उत्पादक क्षेत्र मेकॉन्ग डेल्टा और दक्षिणी तटीय प्रांत हैं।
  1. थाईलैंड:
  • थाईलैंड के उत्तरी और उत्तर पूर्वी हिस्सों में राम करेला की खेती की जाती है।

उपरोक्त देशों और क्षेत्रों में उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु पाई जाती है जो राम करेला की खेती के लिए अनुकूल होती है।

राम करेला में कैल्शियम की मात्रा:

पोषक तत्वमात्रा (100 ग्राम में)
कैल्शियम16 मिलीग्राम

राम करेला में कैल्शियम की मात्रा अन्य सब्जियों की तुलना में कम होती है। हालांकि, यह अन्य खनिजों और पोषक तत्वों से समृद्ध होता है। उदाहरण के लिए, 100 ग्राम राम करेला में निम्नलिखित पोषक तत्व भी पाए जाते हैं:

पोषक तत्वमात्रा (100 ग्राम में)
विटामिन सी22 मिलीग्राम
विटामिन ए105 माइक्रोग्राम (रेटिनॉल एक्विवलेंट)
फोलेट38 माइक्रोग्राम
आयरन0.27 मिलीग्राम
पोटैशियम174 मिलीग्राम

इस प्रकार, राम करेला में कैल्शियम की मात्रा कम होने के बावजूद, यह अन्य महत्वपूर्ण विटामिन, खनिज और पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है।

रामकरेला इन बीमारियों में होता है लाभदायक, जिसे मैंने इस टेबल में दर्शाया है:-

बीमारीलाभदायक कैसे
मधुमेह (डायबिटीज़)पौधिक इन्सुलिन और चारकोल संयोग रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
कैंसरएंटी-कैंसर गुण वाले फाइटोकेमिकल्स जैसे अल्फा-एलिमिनरिक एसिड, कुक्युरबिटासिन और लाइकोपिन मौजूद होते हैं।
हृदय रोगउच्च कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में मदद करता है।
लिवर (यकृत) संबंधी रोगडिटॉक्सीफाइंग गुण लिवर की सेहत में सुधार करने में मदद करते हैं।
संक्रमणएंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण विभिन्न प्रकार के संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं।
सूजन (इन्फ्लेमेशन)एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण विभिन्न प्रकार के सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
गठिया (आर्थराइटिस)दर्द निवारक और सूजन विरोधी गुण गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।

इस तरह, टेबल से स्पष्ट है कि रामकरेला में विभिन्न पोषक तत्व और फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं जो विभिन्न बीमारियों के प्रबंधन में लाभदायक साबित हो सकते हैं।

Leave a Comment