प्रस्तावना
Essay On Teachers Day
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 5 सितम्बर को सम्पूर्ण भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है, यह उत्सव पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के उप्लक्ष में मनाया जाता है। यह दिवस पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। शिक्षक दिवस हर साल भारत में 5 सितम्बर को मनाया जाता है लेकिन अंतरराष्ट्रीय शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी राष्ट्रपति बनने से पहले एक Teacher थे।
जो की बड़े प्यार और उत्साह से अपने बच्चो को पढ़ते है। एक शिक्षक एक सफलता है जिसके बिना कोई भी सफल हो सकता है, यह एक शिक्षक है जो हमारे कौशल को महत्व देता है और हमें सफल बनाता है। एक शिक्षक का भी अपना जीवन होता है, लेकिन यह भूल जाता है कि वह रोज स्कूल आता है और बच्चों को पढ़ाता है। कवि तुलसीदास भी कहाँ हैं, अगर भगवान और गुरु हमारे सामने मिलते हैं, तो पहले हमें गुरु के चरण स्पर्श करने चाहिए, गुरु का महत्व भगवान से ऊपर है।
Essay On Teachers Day
और पढ़ें : दुर्गा पूजा पर निबंध
हमें अपने शिक्षक से प्रेम करना चाहिए, उसका सम्मान करना चाहिए, शिक्षक उस मोमबत्ती की तरह होता है जो स्वयं जलकर छात्रों को ज्ञान देता है। हमें हमेशा शिक्षक की आज्ञा का पालन करना चाहिए क्योंकि वह जो कुछ भी कहता है या करता है वह केवल छात्र के लाभ के लिए होता है।
शिक्षक दिवस निबंध हिंदी में
माता-पिता हमें शिक्षित करते हैं लेकिन गुरु हमें किताबें देते हैं, जिसके आधार पर हम अपने जीवन में सफल उद्यमी या नेता बनते हैं। जिस प्रकार बच्चे के पालन-पोषण के लिए माता-पिता महत्वपूर्ण हैं, उसी प्रकार एक शिक्षक के लिए यह है कि वह सही तरीके से जीवन और अग्नि को जारी रखे।
Essay On Teachers Day
शिक्षक ही एकमात्र ऐसा व्यक्ति है जो बिना कुछ मांगे बच्चे को पढ़ा सकता है। उस दिन हम गारंटी देते हैं, हमने अपने शिक्षक को स्वीकार किया और हमें बधाई दी। शुक्रिया।
हिंदी शिक्षकों में एक छोटी परीक्षा
हिंदी मैसेंजर
5 सितंबर को प्रति वर्ष शिक्षक दिवस, दिन, राष्ट्रपति डॉ। यह सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन भी है। चिकित्सक। सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक विद्वान और एक अच्छे शिक्षक हैं, वे बच्चों के बीच लोकप्रिय हैं।
भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी शिक्षक दिवस अलग-अलग दिनों में मनाया जाता है। इस दिन स्कूलों, कॉलेजों में प्रतियोगिताएं होती हैं जिनमें बच्चे भाग लेते हैं, वक्ता, लेखक और शिक्षक और बच्चे। बात करके बच्चों को शिक्षक का महत्व समझाया जाता है। शिक्षक दिवस निबंध के बारे में हिंदी और अन्य स्रोतों में और पढ़ें
सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने खुद कलकत्ता विश्वविद्यालय, मैसूर विश्वविद्यालय और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय जैसे कई संस्थानों में पढ़ाया है।
Essay On Teachers Day
शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है और इस दिन पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने लगभग चालीस वर्षों तक एक शिक्षक के रूप में काम किया। इसकी शुरुआत 1952 से 1962 तक हुई थी।
भारत में शिक्षक को विश्व गुरु का दर्जा दिया गया है, गुरु हमें अनेको प्रकार की शिक्षा प्रदान करती है जिसके जरिए हम अपने जीवन को एक अच्छी मुकाम पर ले जाते है और वो हमारे जिंदगी को सरल बनाती है। “शिक्षा वह शेरनी की दूध है जिसे पी लेने के बाद वो दहाड़ता है” शिक्षा का महत्व हमारे गुरुओ ने सर्वोच्च शिखर पर रखा है क्योकि शिक्षा के बिना मानव जीवन अधूरा है। यदि अगर आज शिक्षा का महत्त्व नहीं होता तो मानव एक जानवरो के सामान होता। जिस तरह जानवरो को अपने शिक्षा का कोई परमान नहीं है ठीक उसी प्रकार मानव में भी शिक्षा का कोई परमान नहीं होता।
दोस्तों आज हमारे स्कूल में शिक्षक दिवस बड़े धूम धाम से मनाया जायेगा। इन दिन बच्चे अपने अपने स्कूल में प्रतियोगिता में भाग लेते है और शिक्षकों द्वारा सिखाई गयी विद्या को पर्दशन करते है। इस दिन कोई शिक्षक दिवस पर भाषण के लिए भाग लेते है और शिक्षक दिवस पर भाषण देते है। और बच्चो को मिठाई बाटी जाती है।
शिक्षक दिवस कैसे मानते है ?
Essay On Teachers Day
शिक्षक दिवस पुरे भारत में 5 सितम्बर को मनाया जाता है। शिक्षक दिवस को हम अपने स्कूलों में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का प्रतिमा को पूजते है और उस दिन हम अपने गुरु को भी नमन करते है। और कई बच्चे अपने अपने क्लॉस शिक्षकों को गिफ्ट दिया और उन दिन सभी दच्चे को शिक्षक ने आशीर्वाद और सभी बच्चो को शिक्षक हर्ष और उल्लाह के साथ मानते है। इन दिन बच्चे अपने अपने स्कूल में प्रतियोगिता में भाग लेते है और शिक्षकों द्वारा सिखाई गयी विद्या को पर्दशन करते है। इस दिन कोई शिक्षक दिवस पर भाषण के लिए भाग लेते है और शिक्षक दिवस पर भाषण देते है। और बच्चो को मिठाई बाटी जाती है।
शिक्षक दिवस हम क्यों मानते है ?
Essay On Teachers Day
जैसे की आप जानते हे यह 5 सितम्बर को शिक्षक के यादगार बनाने के लिए इस दिवस को मानते है और यह दिवस पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है और पुरे विश्व में यह शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। शिक्षक दिवस की शुरुआत 1952 से हुई। शिक्षक दिवस आदरणीय पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के शुभ जन्म दिन के रूप मनाया जाता है।
शिक्षक का महत्त्व
Essay On Teachers Day
शिक्षक का महत्त्व हमारे जीवन में काफी महत्त्व रखता है, इसलिए शिक्षक के बिना मनुष्य का जीवन पशु सामान होता है। अगर हमारे यहाँ शिक्षक का कोई महत्त्व नहीं होता तो मनुष्य की मर्यादा का काफी उलंघन होता। इसलिए शिक्षक का महत्त्व हमारे भारत में भगवान से भी ऊपर दर्ज़ा दिया गया है।
जिस प्रकार दीपक जलकर दुसरो वस्तु को प्रकाशमान बना देता है ठीक उसी प्रकार एक शिक्षक भी खुद को दीपक की तरह जलकर ज्ञान का प्रकाश छोड़ता है। आप सोचिए अगर हम जैसे मानव में ज्ञान का होना जरुरी न हो तो फिर हमारा जीवन किस प्रकार व्तीत होगा , हमारा जीवन नर्क सामान हो जायेगा और हम जैसे मानव का जीवन जीने का अस्तित्व ही पूर्णतः ख़तम हो जायेगा।
और जाने : शिक्षक दिवस के बारे
शिक्षा हमारे लिए क्यों जरुरी है और हमे शिक्षा ग्रहण करने के लिए शिक्षक का होना क्यों जरुरी है ?
Essay On Teachers Day
शिक्षा हमारे जीवन का मूल आधार है, शिक्षा के बिना इस संसार में जीना एक जानवर के सामान है और इससे हमारा जीवन जानवरो के व्यहवार के तरह हो जायेगा। शिक्षा के बिना पृथ्वी लोक पर मानवता का अस्तित्व ख़तम हो जायेगा। और हम सब एक दूसरे को सम्मान से बाटे नहीं कर पाएंगे, छोटे बड़े एवं बूढ़ा व्यक्ति का आदर नहीं कर पाएंगे। इसलिए कहते है बच्चो शिक्षा ज्ञान का वह पुंज है जो एक बार जलने से अंधकार में ज्ञान कर प्रकाश प्रवर्तित कर देता है।
हमे शिक्षा ग्रहण करने के लिए जीवन में शिक्षक का होना अति आवश्यक है। दोस्तों ऐसा खा जाता है की बच्चे के सबसे प्रथम गुरु उनके माता एवं पिता होते है जिससे हमे संस्कार की प्राप्ति होती है और व्यावहारिक ज्ञानो की। दूसरे नंबर पर हमारे शिक्षक होते है जो हमे सांसारिक ज्ञान के बारे में बताते है यानि की वो हमे विश्व जगत के बारे में जानकारी देते है।
1 thought on “शिक्षक दिवस पर निबंध (Essay On Teachers Day), Best Speech [2022]”