रमजान पर निबंध | About Ramzan in hindi
About Ramzan in hindi: रूपरेखा : प्रस्तावना – रमजान का महीना 2022 और 2023 में कब है – रमजान क्या है – रमजान का इतिहास – रमजान क्यों मनाया जाता है – रमजान कैसे मनाया जाता है – रमजान का महत्व – उपसंहार।
रमजान कब है | रमजान 2023 में कब है।
About Ramzan in hindi: वर्ष 2023 में रमजान का महीना 22 मार्च, बुधवार से शुरू होकर 21 अप्रैल, शुक्रवार को समाप्त होगा।
रमजान क्या है और इसमें मुस्लिम लोग क्या करते है।
About Ramzan in hindi: रमजान उन दिनों को बोलै जाता है जब कुरआन को लिखा गया था और इसको 30 दिन में पूरा लिखा गया था जिसकी वजा से रमजान में 30 दिन होते है और इन दिनों को मुस्लिम लोग बहुत पवित्र मानते है तथा और सुबह 4 बजे से साम को 7 बजे तक भूके रहते है जिसे रोज़ा बोला जाता है ये 8 साल से बड़े बच्चो पे फ़र्ज़ है और इसको रखते भी है सभी बच्चे।
रमजान मुस्लिम लोगो का एक बहुत पवित्र महीना होता है जिसमे यह मुस्लिम लोग अपने रब को राज़ी करने के लिए सुबह से शाम तक का पवित्र व्रत रखते है। तथा सभी लोग पाबन्दी से 5 वक़्त की नमाज़ पड़ते है और कुरान की तिलावत करते है।
रमजान में सुबह 4 बजे सभी मुस्लिम लोग उठते है और सेहरी करते है तथा रोज़े को रखने की दुआ पड़ते है
रोज़े की दुआ – बिस सम गाडीन नवायतू मं सेहरे रमजान ( में नियत करता हु आज रोज़े की वास्ते अल्लाहतला के )
सेहरी और रोज़े की नियत करने के बाद सभी आदमी लोग मस्जिद में नमाज़ पड़ने के लिए जाते है और लड़किया अपने घरो में नमाज़ पड़ती है तथा कुरआन की तिलावत करती है। पुरे दिन रमजान के महीने अल्लाह को बोहोत ज्यादा याद किया जाता है और साम के वक़्त जब इफ्तार कवक़त होता है तो घर की महिलाए अपने परिवार और अपनी मस्जिद, पड़ोसियों के लिए इफ्तार बनाती है अपनी हैसियत के हिसाब से तथा घर के सभी लोग साम को इफ्तार के वक़्त साथ में बैठ के इफ्तार करते है। इफ्तार के थोड़ी देर बाद ही सभी मगरिब की नमाज़ पड़ते है और नमाज़ से पहले अपना रोज़ा खोलते है
इफ्तार की दुआ – अल्लाहुम्मा इन्नी लका सुम्तु वा बिका आमंतु वा अलयका तवाक्कल्तू वा अला रिज़किका अफ्तर्तु।
रात में होने वाली नमाज़ (ईशा) के बाद तरावीह को पड़ा जाता है पुरे रमजान और इसमें मुस्लिम धर्म के मौलाना साहब अपनी पवित्र किताब को बिना देखे पड़ते है और पवित्र किताब कुरआन को मुकम्मल करते है
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तरावीह में कुरआन पाक को कितने दिनों में पड़ा जाता है
About Ramzan in hindi: तरावीह में 20 रकाअत पड़ी जाती है और तरावीह में कुरआन पाक 27, 23, 21, 15, 10, 3 आदि दिनों में मुकम्मल किया जाता है जिस दिन मौलाना साहब तरावीह में कुरआन पाक मुकम्मल करते है उस दिन सभी मोहल्ले के लोग मौलाना साहब को अच्छे-अच्छे गिफ्ट देते है जिसे उर्दू सब्द में हदया कहते है। ( About Ramzan in हिंदी )
बिना देखे हाफिज साहब ने कुरआन पड़ा इसकी सभी लोगो को बहुत ख़ुशी होती है इसलिए कई लोग इसी ख़ुशी में सभी की दावत करते है खाने की मस्जिद में और मिठाईया भी बाटते है। रमजान के पुरे महीने मस्जिद में बहार से जमात आती है और सभी मोहल्लो में दीन के बारे में बताते है जमाती लोग जिससे बहुत से लोग प्रभावित होकर रमजान के बाद भी हमेशा दीन की अच्छी बातो पे चलते है और अपने ईमान को मजबूत करते है। ( About Ramzan in हिंदी )
रमजान के माह में क्या करना चाहिए
रमजान के माह में सभी लोगो को यह काम करने चाइये
- रमजान के माह में नमाज़ पड़नी चाहिए
- कुरआन की तिलावत करनी चाहिए
- नमाज़ो को पाबन्दी से पड़ना चाइये
- सभी रोज़े रखने चाहिए
- तरावीह पड़नी चाहिए
- जरुरतमंदो की मदत करनी चाहिए
- सड़क देना चाइये
- फितरा देना चाहिए
- सभी से ाचे से बात करना
- इफ्तार करना
- घर में कुरआन की तिलावत करना
- घर में तरावीह करवानी चाहिए
रमजान का इतिहास
About Ramzan in hindi: रमजान की नींव इसके इतिहास के अनुसार पीढ़ियों से चली आ रही है। इस्लामिक धर्म के अनुसार, पैगंबर मुहम्मद साहब को 610 ईस्वी में पवित्र पुस्तक “कुरान सरफराज” को धरती पर लाने का श्रेय दिया जाता है। परिणामस्वरूप, दुनिया के मुस्लिम समुदाय ने कटरा ड्रॉप के उपलक्ष्य में पूरे एक महीने के लिए पहली बार उपवास करना शुरू किया। रमजान मनाने के अवसर के रूप में माना जाता है। इस्लामिक आस्था में, रोजा को थैंक्सगिविंग अवकाश के रूप में माना जाता है। (About Ramzan in hindi)
हर मुसलमान रमजान के महीने को बहुत महत्व देता है, जिसके दौरान वे 30 दिन का उपवास रखते हैं। इस्लाम रमज़ान के पूरे महीने को तीन “अशरा,” या “चरणों” में विभाजित करता है, पहला, दूसरा और तीसरा। अरबी संख्या 10 अशर है। इस प्रकार प्रत्येक अशर 10-10 (दस-10) दिन का होता है।
पहला अशर, या रमज़ान के पहले दस दिन, दयालुता के दिन हैं जब अल्लाह उपवास और प्रार्थना करने वालों पर दया करता है। इस दौरान व्रत करने वालों को जरूरतमंदों को दान देना चाहिए।(About Ramzan in hindi)
रमजान का दूसरा अशर, जिसके दौरान लोग अल्लाह की इबादत करते हैं और अपने पापों को क्षमा करने की भीख मांगते हैं, पवित्र महीने के ग्यारहवें से बीसवें दिन तक रहता है। इस्लाम का मानना है कि अगर कोई रमजान के दौरान अपने पापों का पश्चाताप करता है, तो अल्लाह उसके पश्चाताप को स्वीकार करेगा और उसे जन्नत देगा।
रमजान का तीसरा और आखिरी अशर 21 जून से 29 रमजान या 30 रमजान के बीच होता है। रमजान की अवधि, जो 29 से 30 दिनों तक हो सकती है, इसका कारण है। चूंकि इस अशर का लक्ष्य खुद को जहन्नम की आग से बचाना है, इसलिए इसे सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। हर मुसलमान इस दौरान जहन्नम से सुरक्षा के लिए अल्लाह से दुआ करता है। (About Ramzan in hindi)
रमजान क्यों मनाया जाता है / ईद क्यों मनाया जाता
रमजान के महीने में लोग रोजा रखते हैं। रमजान इसलिए मनाया जाता है क्योंकि माना जाता है कि रोजा रखने और नमाज पढ़ने वालों को अल्लाह की मेहरबानी मिलती है। लोग अल्लाह की इबादत करते हैं और इस महीने में रोजा रखकर अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। इस्लाम का मानना है कि अगर कोई रमजान के दौरान अपने पापों का पश्चाताप करता है, तो अल्लाह उसके पश्चाताप को स्वीकार करेगा और उसे जन्नत देगा। मुस्लिम समुदाय रमजान के पवित्र महीने में अल्लाह के आशीर्वाद के लिए धन्यवाद देने के लिए हर साल रमजान को जबरदस्त उत्साह के साथ मनाता है। (About Ramzan in hindi)
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